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Showing posts from October, 2021

नेक दिल का राजा की कहानी। Hindi short story

नेक दिल के राजा की कहानी। Motivation and inspiration Hindi story एक राज्य में बहुत ही नेक दिल का राजा हुआ करता था। वह अपने राज्य की विकास करता और लोगो की परेशानियां दूर करता था उसकी आदत थी, कि वह अपने राज्य में भेस बदलकर लोगों की खैर-ख़बर लिया करता था,एक दिन अपने वज़ीर के साथ घूमते हुए शहर के किनारे पर पहुंचा तो देखा एक आदमी जमीन पर लेटा पड़ा है। राजा उसके पास गया और हिलाकर देखा तो वह मर चुका था लोग उसके पास से गुज़र रहे थे, राजा ने लोगों को आवाज़ दी लेकिन कोई भी उसके नजदीक नहीं आया क्योंकि लोग राजा को पहचान नहीं पाए राजा ने वहां रह रहे लोगों से पूछा क्या बात है? इसको किसी ने क्यों नहीं उठाया? लोगों ने कहा यह बहुत बुरा और गुनाहगार इंसान है । राजा ने कहा ये भी तो इंसान ही है, और उस आदमी की लाश उठाकर उसके घर पहुंचा दी, और उसकी पत्नी को लोगों के रवैये के बारे में बताया । उसकी पत्नी अपने पति की लाश देखकर रोने लगी, और कहने लगी "मैं गवाही देती हूं मेरा पति बहुत नेक इंसान है" इस बात पर राजा को बड़ा ताज्जुब हुआ कहने लगा "यह कैसे हो सकता है? लोग तो इसकी बुराई कर रहे थे और तो और इसकी ...

आदमी और उसके दोस्त गदहे की कहानी। Hindi short story

एक आदमी और उसके दोस्त गदहे की कहानी। Hindi short story ये कहानी एक ऐसे आदमी की है जो दिन-रात अपने मेहनत की कमाई से ही अपना गुजर-बसर करता था। वो शारीरिक बल की भुजाओं से ही मेहनत मजदूरी करता और उसके बदले उस आदमी को पैसे मिल जाते थे। जो उसे पैसे मिलते थे उसमें से थोड़ा खर्च करके थोड़ा बचाकर रख लेता था ताकि भविष्य में काम आ सके।    एक दिन की बात है जब आदमी काम कर रहा था तो अचानक गिर गया फिर लोगो ने उसे उठाया। आदमी तुरंत अपना काम छोड़ डॉक्टर के पास गया और अपनी समस्या बताई। डॉक्टर ने कहा कि चिंता की कोई बात नही आपके शरीर में थोड़ा कमजोरी हो गया है जिसके वजह से आप अचानक गिर गए थे।  डॉक्टर ने कुछ दवा दिया फीर वह आदमी अपने घर चला जाता है। दवा खाने के बाद आदमी सोचने लगत है कि अब तो मेरे शरीर कमजोर हो गए है जिससे कि कुछ काम भी नहीं कर सकता। फिर वह सोचा की बचाए हुए पैसे से मैं एक गदहा ले लेता हूं जिससे मैं लोगो का सामान ढोकर ले जाऊंगा तो इसके बदले मुझे पैसे मिल जाएंगे और हमें काम भी कम करना पड़ेगा। आदमी बाजार जाता है और सुंदर-सा एक गदहा खरीदकर अपने घर लाता है और अगले दिन ही दोनों आदम...

भाग्य(किस्मत) की कहानी। inspirational and motivation story

ऐसे लड़के की कहानी जो अपने भाग्य(किस्मत) की तलाश करने निकला था। एक खुशहाल गांव में एक लड़का रहता था जिनके पिता जी गुजर चुके थे और उस लड़के के मां भी नहीं थी। वे लड़का अपने पिता जी के कमाए हुए सारे पैसे मस्ती करने में खत्म कर देता है अब उसके पास पैसे भी नहीं बचते है कि वे खाना भी खरीदकर खा सके और जब भी वह कुछ काम करने की सोचता है  तो उसमें असफल हो जाता है इस कारण से वह लड़का एक दिन अपने घर के बाहर बैठकर बहुत   जोर-जोर से, छाती पीट पीटकर रोने लगता है और   अपने भाग्य को कोषने लगता है कि ये कैसा भाग्य है मेरा मैं जब भी कुछ काम करने की कोशिश करता तो असफल हो जाता हूं मेरा कोई साथ नहीं देता।                        ये सब बाते बोल ही रहा था कि तभी वहां से एक विद्वान पंडित गुजर रहा था उसने देखा कि ये लड़का अपने भाग्य(किस्मत) को कोष रहा है और छाती पीटकर रो रहा है। पंडित लड़के के पास जाकर बोलता है कि ये जो तुम छाती पीटकर रो रहे हो और अपने भाग्य को कोष रहे हो तुम्हारे इसी हरकत से नाराज़ होकर भाग्य तुमसे दूर चला गया है अब तुम ...