एक आदमी और उसके दोस्त गदहे की कहानी। Hindi short story
ये कहानी एक ऐसे आदमी की है जो दिन-रात अपने मेहनत की कमाई से ही अपना गुजर-बसर करता था। वो शारीरिक बल की भुजाओं से ही मेहनत मजदूरी करता और उसके बदले उस आदमी को पैसे मिल जाते थे। जो उसे पैसे मिलते थे उसमें से थोड़ा खर्च करके थोड़ा बचाकर रख लेता था ताकि भविष्य में काम आ सके।
एक दिन की बात है जब आदमी काम कर रहा था तो अचानक गिर गया फिर लोगो ने उसे उठाया। आदमी तुरंत अपना काम छोड़ डॉक्टर के पास गया और अपनी समस्या बताई। डॉक्टर ने कहा कि चिंता की कोई बात नही आपके शरीर में थोड़ा कमजोरी हो गया है जिसके वजह से आप अचानक गिर गए थे।डॉक्टर ने कुछ दवा दिया फीर वह आदमी अपने घर चला जाता है। दवा खाने के बाद आदमी सोचने लगत है कि अब तो मेरे शरीर कमजोर हो गए है जिससे कि कुछ काम भी नहीं कर सकता। फिर वह सोचा की बचाए हुए पैसे से मैं एक गदहा ले लेता हूं जिससे मैं लोगो का सामान ढोकर ले जाऊंगा तो इसके बदले मुझे पैसे मिल जाएंगे और हमें काम भी कम करना पड़ेगा।
आदमी बाजार जाता है और सुंदर-सा एक गदहा खरीदकर अपने घर लाता है और अगले दिन ही दोनों आदमी, गदहे को लेकर काम करने के लिए चले जाते है। गदहा और आदमी प्रतिदिन काम पर जाते और जो पैसे मिलते उससे खाना खरीदकर पेट भर खाते और उस गदहे को भी खिलता था।
धीरे-धीरे उन दोनों में काफी लगाव होने लगा गदहा अपने मालिक की हर बात मानता था और मालिक(आदमी) भी उसे रोज समय से भर पेटभर खाना खिलाता था। वे दोनों अपने जिंदगी से बहुत खुश थे ।
एक समय की बात है जब आदमी अपने गदहे को लेकर जंगल में लकड़ियां लाने जा रहा था। जंगल में थोड़ी ही दूर चलता है तभी गदहा एक बड़े गढ्ढे में गिर जाता है, गदहा बहुत प्रयास करता है गढ्ढे से बाहर आने का लेकिन फिर भी नहीं निकल पता है और आदमी बहुत प्रयास करता अलग-अलग उपाय सोचता है बाहर निकालने का लेकिन वे बार-बार असफल हो जाता है।
आदमी बहुत परेशान हो गया और हार मानकर वहीं बैठकर रोने लगता है। वह सोचता है अब यह बाहर नहीं निकल सकता इसे इसी में दफन कर देना चाहिए ताकि कोई जानवर मारकर खा न जाए। आदमी को थोड़े ही दूरी पर मिट्टी का ढेर लगा दिखता है वह जाता है और थोड़े-थोड़े मिट्टी लाकर उस गढ्ढे में डालने लगता है
चौंकाने वाली बात तो यह है कि जब आदमी मिट्टी डाल रहा होता है तो गदहा उस मिट्टी के सहारे धीरे-धीरे बाहर निकल रहा था आदमी उसे बाहर आता देख बहुत खुश होने लगा और जब गदहा गढ्ढे से बाहर आता है तो गदहे के ऊपर लकड़ियां लादकर अपने घर की ओर चल देते है।
दोस्तो, ये कहानी आपको बहुत ही पसंद आया होगा की किस प्रकार आदमी अनजाने में ही अपने गदहे की जान बचाई अगर आपको यह पूरी कहानी पसंद आई हो तो कृपया शेयर कर दे।
Comments
Post a Comment