Skip to main content

अहंकारी मूर्तिवाला की कहानी best inspirational story

अहंकारी मूर्तिवाला की कहानी hindi short story:-


बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक मूर्तिकार ( मूर्ति बनाने वाला ) रहता था| वह ऐसी मूर्तियां बनता था, जिन्हें देख कर हर किसी को मूर्तियों के जीवित होने का भ्रम हो जाता था । आस-पास के सभी गांव में उसकी कलाकारी का चर्चा था, लोग उसकी मूर्तिकला के दीवाने थे ! इसीलिए उस मूर्तिकार को अपनी कला पर बड़ा ही घमंड था।




जीवन के सफर मे एक समय एसा भी आया जब उसे लगने लगा की अब उसकी मृत्यु होने वाली है, वह ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाएगा ! उसे जब लगा की जल्दी ही उसकी मृत्यु होने वाली है वह परेशानी में पड़ गया ! यमदूतों को भ्रमित करने के लिए उसने एक योजना बनाई ! उसने हुबहू अपने जैसी दस मूर्तियां बनाई और खुद उन मूर्तियों के बीच जाकर बैठ गया !


यह भी पढ़े:- जादूगर की कहानी


यमदूत जब उसे लेने आए तो एक जैसी ग्यारह आकृतियों को देखकर दंग रह गए| वे पहचान नहीं कर पा रहे थे की उन मूर्तियों में से असली मनुष्य कौन है ! वे सोचने लगे अब क्या किया जाए ! अगर मूर्तिकार के प्राण नहीं ले सके तो सृष्टि का नियम टूट जाएगा और सत्य परखने के लिए मूर्तियों को तोड़ा  गया तो कला का अपमान हो जाएगा !


अचानक एक यमदूत को मानव स्वाभाव के सबसे बड़े दुर्गुण अहंकार को परखने का विचार आया| उसने मूर्तियों को देखते हुए कहा, “कितनी सुन्दर मूर्तियां बने है।


लेकिन मूर्तियों में एक त्रुटी है ! काश मूर्ति बनाने वाला मेरे सामने होता, तो में उसे बताता मूर्ति बनाने में क्या गलती हुई है” यह सुनकर मूर्तिकार का अहंकार जाग उठा, उसने सोचा “मेने अपना पूरा जीवन मूर्तियां  बनाने में समर्पित कर दिया भला मेरी मूर्तियों में क्या गलती हो सकती है”

 वह बोल उठा “कैसी त्रुटी”… झट से यमदूत ने उसे पकड़ लिया और कहा “बस यही गलती कर गए तुम अपने अहंकार में, कि बेजान मूर्तियां बोला नहीं करती”…!!


शिक्षा:-   इंसान को कभी भी अहंकारी नही होना चाहिए क्योंकि अहंकार होने से उसका कभी भला नही हो सकता।।।

Comments

Popular posts from this blog

बाउंसर परिवार का बिरयानी होटल ओपनिंग। bauncer parivar ka biryani hotal opening

बाउंसर परिवार का बिरयानी होटल ओपनिंग। bauncer parivar ka biryani hotal opening बेलापुर नामक गांव में रोहन नाम का एक लड़का रहता था। रोहन के पिता की इच्छा थी कि उसका बेटा पढ़-लिखकर मैनेजर बने, लेकिन वह बहुत लापरवाह होने के कारण मां-बाप उसे बहुत समझाते थे पर वह सुनता ही नहीं था।  रोहन चोरी छिपे पिताजी की नजर से बचकर घर के लॉकर में से पैसे ले जाकर खर्चा कर देता था। यह देख उसके के पिताजी रोहन के दोस्त,  रॉकी और वंशी को बुलाकर अपना सारा दुख बताते हैं । यह सुनकर रॉकी बोला हां अंकल अभी तो थोड़ा ज्यादा ही लापरवाही करने लगा है वो हमारे बताने पर भी नहीं सुन रहा और कहता है सिर्फ एमएलए ही तो बनना है,  ऐसा ही बन जाऊंगा बस अच्छे कपड़े और महंगी गाड़ी रही तो बन जाऊंगा। पार्टी वाले खुद आकर टिकट देंगे मुझे,  ऐसा कहता है तब रोहन के पिताजी बोले -  क्या करूं बेटा घर में शादी के उम्र की लड़की है मेरी उम्र बढ़ रही है यह सारी दौलत क्या करेगा वो पता नहीं यह सोचकर डर लगता है।   वंशी बोला - हां अंकल इसकी ऐसे ही हरकत को ध्यान में रखकर अपने गांव का एक कम मेंबर बिरजू है ना वो इसके प...

21 best good habits manners

  21 ऐसे सुविचार जो आपको कभी किसी के सामने झुकने नहीं देगी। 21 good habits manner 1. लगातार दो बार से अधिक किसी को कॉल न करें। यदि वे आपकी कॉल नहीं उठाते हैं, तो मान लें कि इस वक्त उनके पास कुछ महत्वपूर्ण कार्य है। 2. उधार लिया धन पहले लौटाएँ और दूसरे व्यक्ति के याद दिलाने या माँगने का इन्तजार ना करें !  यह आपकी ईमानदारी और अच्छे  चरित्र को दर्शाता है। 3. किसी में हमेशा कमियॉ ना निकाला करे। अगर आपको कोई चीज या वस्तु थोडा़ सा भी पसंद हो तो उसकी प्रशंसा कीजिए ताकि सामने वाला व्यक्ति खुश रहे। 4. किसी से बेवजह ज्यादा सवाल पे सवाल ना पूछे और किसी के सामने ज्यादा बक-बक ना करे। 5. आप हमेशा अच्छे विचारों को सोचे।  इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह लड़का है या लड़की, सीनियर है या जूनियर। आप सार्वजनिक रूप से किसी के भी साथ अच्छा व्यवहार करें। 6. यदि आप किसी दोस्त के साथ होटल में खाना खाते हैं, और वह अभी भुगतान करता है, तो अगली बार आप भुगतान करने का प्रयास करें। 7. विभिन्न प्रकार के विचारों का सम्मान करें।  याद रखें कि आपके लिए जो 6 दिख रहा है वो सामने से आने वाले लोगों को 9 ...