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Showing posts with the label Raja Rani kahani

लड़के और चतुर साँप की कहानी। hindi motivational story

  लड़के और चतुर साँप की कहानी। hindi moral story motivational story एक ऐसा लड़का जिसका कद तो बहुत छोटा था लेकिन बहुत ही नेक दिल एवम् उच्च विचार रखने वाला लड़का था। जिसका नाम उल्लास था वह अपने घर कि तरफ जा रहा था तभी उसकी नज़र सड़क किनारे एक पत्थर मे दबे सांप पर पड़ा।  सांप को पत्थर मे दबे हुए देख उल्लास को बहुत दया आ गई। वह गया और जल्द ही वहां से जाकर पत्थर को  हटाया और साँप से पूछा तुम यहाँ कैसे इस पत्थर के नीचे दब गए थे?  साँप बोला मै एक चूहे को पकड़ने के लिए उसका पीछा कर रहा था, चूहा तो भाग निकला पर मैं इस पत्थर मे फंस गया।  साँप बोला मुझे बहुत तेज भूख लगी है मै तुम्हे खाऊँगा।  तब उल्लास ने कहा तुम ऐसा कैसे कर सकते हो मैने तो तुम्हरा जान बचाया हूँ और तुम मुझे ही खाना चाहते हो ।   आखिरकार बहुत देर वाद-विवाद के बाद  लड़का अन्य तीसरे व्यक्ति से न्याय मांगने के लिए गया। तभी उन्हे एक सियार दिखाई दिया। उसे वे सारी बात बताकर न्याय करने के लिए कहा -सियार ने सोचा अगर साँप लड़के को मारेगा तो उसे भी खाने को मिलेगा।  उसने तुरंत साँप के पछ  मे फ...

किसान और चिड़िया की खूबसूरत कहानी'।

' किसान और चिड़िया की खूबसूरत कहानी'। एक गांव में एक किसान रहता था उसका गांव के बाहर एक छोटा सा खेत था एक बार फसल बोने के कुछ दिनों बाद उसके खेत में चिड़िया ने घोंसला बना लिया कुछ समय बीता, तो चिड़िया ने दो अंडे भी दे दिए उन अंडों में से दो छोटे-छोटे बच्चे निकल आए वे बड़े मज़े से उस खेत में अपना जीवन गुजारने लगे कुछ महीनों बाद फसल कटाई का समय आ गया गांव के सभी किसान अपने खेतों की फ़सल की कटाई में लग गए अब चिड़िया और उसके बच्चों का वह खेत छोड़कर नए स्थान पर जाने का समय आ गया था एक दिन खेत में चिड़िया के बच्चों ने किसान को यह कहते सुना कि कल मैं फ़सल कटाई के लिए अपने पड़ोसी से पूछूंगा और उसे खेत में भेजूंगा यह सुनकर चिड़िया के बच्चे परेशान हो गए उस समय चिड़िया कहीं गई हुई थी जब वह वापस लौटी, तो बच्चों ने उसे किसान की बात बताते हुए कहा, “माँ, आज हमारा यहाँ अंतिम दिन है रात में हमें दूसरे स्थान के लिए यहाँ से निकला होगा” चिड़िया ने उत्तर दिया, “इतनी जल्दी नहीं बच्चों मुझे नहीं लगता कि कल खेत में फसल की कटाई होगी” चिड़िया की कही बात सही साबित हुई दूसरे दिन किसान का पड़ोसी खेत में नहीं आया और...

राजा और मंत्री की रोचक कहानी। Short hindi motivetion story

  राजा और मंत्री की रोचक कहानी। Short hindi motivetion story एक राजा अपने प्रिय मंत्री के साथ नगर की सैर कर रहा था। तभी राजा के रथ के एक पहिया टूट गई और वे गिर गए, मंत्री और सारथी उनके रथ को बनाने में लग गए और राजा भी उनके सहयोग कर रहे थे अचानक उनकी एक ऊंगली उसी में फंसकर राजा की एक ऊंगली कट गई।   इस पर पास खड़े मंत्री ने राजा से कहा कोई बात नहीं महाराज जो होता है अच्छे के लिए होता है ।   यह बात राजा को न तो समझ आई न ही अच्छी लगी उसने मंत्री से कहा तुम ये क्या कह रहे हो , एक तो मेरी उंगली कट गई और तुम कह रहे हो जो होता है अच्छे के लिए होता है , इसमे मेरा क्या अच्छा होगा ? राजा ने कहा अच्छा ठीक है! जो होता है वो अच्छे के लिए होता है तो फिर मैं तुम्हे कारावास में डाल देता हूं फिर कहना जो हुआ अच्छा हुआ , और उसने मंत्री को कारावास में डलवा दिया । अगले दिन राजा अपने सैनिकों को लेकर शिकार करने जंगल मे गया । मगर जंगल में राजा तथा उसके सैनिको को वहाँ के जंगली कबीले वालों लोगों ने पकड़ लिया. कबीले के लोगों ने एक एक कर सारे सैनिको की बलि चढ़ा दी मगर जब राजा की बारी आयी तो उन्होंने देख...

हनुमान जी की मजेदार कहानी| hindi motivation story

  हनुमान जी  की मजेदार कहानी- hindi motivation story यह कहानी बहुत पुरानी है कहते है जब महर्षि वाल्मीकि एक वृक्ष के नीचे बैठकर रामायण लिख रहे थे और कुछ लोगो को सुना भी रहे थे। यह बात हनुमान जी को पता चला तो वो भी चुपके से गए और कम्बल ओढ़कर वहीं कुछ लोगों के बीच में बैठकर सुनने लगे। हनुमान जी को बड़ा मन लगता था और वे उस रामायण मे लिन होकर बड़े ध्यान से सुनते थे। उन्हें ऐसा लगता था कि फिर से वही समय आ गया वहीं राम,लक्ष्मण,सीता,बली और सुग्रीव बहुत उत्साह था उसके मन में रामायण सुनने को क्योंकि कलयुग मे कोई मेरे भगवान राम की कोई गाथा गा रहा है। वे रोज वहां आते थे रामायण सुनने। एक समय आया जब वाल्मीकि जी ऐसा बात कह गए कि विवाद खड़ा हो गया, वाल्मीकि जी बोले: - जब   हनुमान अशोक वाटिका गए तो बहुत सुंंदर अशोक वाटिका थीं वहीं एक वृक्ष के नीचे सीता मईया बैठी हुई थी और सफेद रंग के बहुत सुन्दर- सुन्दर फूल खिले हुए थे। हनुमान जी:-   रुक जाओ वहीं आगे कुुछ मत बोलना। यहां तक तो ठीक लिखे हो लेकिन यह बात गलत लिख दिया जब हनुमान जी अशोक वाटिका गए तो फूल सफेद थे। फूल सफेद नहीं बल्कि ला...