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Showing posts from August, 2021

मूर्तिकार की कहानी। Hindi story

  मूर्तिकार की कहानी।Hindi short story murtikar ki-   एक गांव में बेहद खूबसूरत मूर्ति बनाने वाला मूर्तिकार रहता था। जिसका नाम जगदीश था। वह वर्षों से एक झोपड़ी में मूर्तियां बनाया करता और उसकी मूर्तियां भी बाजार में खूब बिकता था फिर बाद में पिछले कुछ समय से उसकी मूर्तियां बाजार में बिकना कम हो गया फिर भी वह हार नहीं मानता था। जगदीश प्रतिदिन जंगलों में जाता और दो-तीन पत्थर उठा कर ले आता अपनी छोटी सी झोपड़ी में और रोज मूर्तिया बनाया करता। एक दिन उसके झोपड़ी में उस गांव के सरपंच आते है और जगदीश से बोले-  ओ भाई जगदीश कैसा चल रहा है काम? जगदीश:- राम राम सरपंच साहब, काम तो ठीक ठाक ही चल रहा है लेकिन कुछ समय से ग्राहक ही नहीं आ रहे। सरपंच :- बस इतनी सी बात, तुम्हारी परेशानी अभी दूर कर देता हूं। हमारे गांव में एक शिव का नया मंदिर निर्माण हो रहा है और उस मंदिर में शिवजी की मूर्ति स्थापित करना है गांव वाले चाहते है की वो शिव जी की मूर्ति तुम बनाओ जिसके लिए तुम्हे उचित दाम भी मिलेगा। जगदीश(खुशी से):- बहुत बहुत धन्यवाद सरपंच साहब। मैं आज से ही मंदिर के लिए सुंदर मूर्ति बनाना शुरू कर ...

50+ best Motivational quotes in hindi

50+ best Motivational quotes in hindi    आपके  जिंदगी के लक्ष्य को प्राप्त कराने वाले शानदार motivational quotes and inspirational quotes। जिससे आप अपने Facebook, Instragram, WhatsApp and other social media पर statusलगाकर दूसरों को भी अपने लक्ष्य से भटके हुए को मार्गदर्शन कर सकते है। Motivetion 1 Motivation 2 Motivation 3 Motivation 4 Motivation 5 Motivation 6 Motivation 7 Motivation 8 Motivation 10 Motivation 11 Motivation 12 Motivation 13 Motivation 14 Motivation 15 Motivation 16 Motivation 17 Motivation 18 Motivation 19 Motivation 20 Motivation 21 Motivation 22 Motivation 23 Motivation 24 Motivation 25 Motivation 26 Motivation 27 Motivation 28 Motivation 29 Motivation 30 Motivation 31  Motivation 32 Motivation 33                                    Motivation 34

Hindi story।राजा और चार की रानियां

  एक राजा और उसकी चार रानियों की कहानी:- यह कहानी एक ऐसे राजा की है जिसके पास एक बहुत बड़ा साम्राज्य था और उस सम्राज्य के लिए   बहुत बड़ी संख्या में सेना तैनात थे। राजा बहुत ही कुशल और सम्पन्न था किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं थी। उनकी चार पत्नियॉ थी जिसमें पहली पत्नी को छोड़ दिया था वे बाकी तीन पत्नियों के साथ रहता था। कुछ वर्ष साथ रहे खुशी वो पल बिताए, आखिरकार वो पल आया जब राजा बूढ़ा हो चला था और वे थोड़ा बीमार भी रहता था ऐसे में राजा से वैध जी ने कहा कि अब आपका बहुत कम दिन बचा है आप आराम कीजिए या फिर अपने बचे हुए दिन सन्यासी होकर जंगलों में बिताए।  राजा ने उनकी बात को मान लिया और राजा अपना राज पाठ छोड़ अपने बड़े बेटे को संभालने के लिए सौंप दिया और राजा सन्यासी बनने का फैसला किया ऐसे में उसे एक सहायता के लिए साथी आवश्यकता थी।  राजा की चार रानियां थी वे चाहता था कि इनमें से किसी एक के साथ संन्यास ले लिया जाए।  राजा के चौथी पत्नी जिससे सबसे अंत मे विवाह किया था जिससे बेइंतेहा मोहब्बत करता था उसके कमरे में जाकर बड़े ही उम्मीद से कहा- रानी मै संन्यास लेने वाला हू...

Jadugar ki kahani ।फांसी की सजा से बचने वाले जादूगर की कहानी

  फांसी की सजा से बचने वाले जादूगर की कहानी:- जैनपुर के गांव में रामू नाम का एक जादूगर रहता था जो अपने गांव में रोज जादू का तरकीब दिखाता और वहां के निवासी भी बड़े दिलचस्पी से देखते। वह हर तरह से अपने अंदाज में जादू दिखता था जिससे वह काफी मशहूर हो चुका था। एक दिन जब मशहूर जादूगर रामू की बात वहां के राजा के पास पहुंचा तो राजा ने उसे जादू दिखाने के लिए अपने राज दरबार में बुलाने का निमंत्रण दिया।  जब जादूगर को पता चला कि राजा अपने दरबार में बुलाने वाले है तो जादूगर ने सोचा कि जिंदगी में अब कुछ बड़ा कमाई करने का अवसर आ गया है और यह भी सोच रहा था कि मै सबसे अच्छा और कुछ अलग तरह का जादू दिखाऊंगा और सबसे ज्यादा इनाम राजा से पा लूंगा।  जादूगर रास्ते में सोचते हुए जा रहा था की मै किस तरह का जादू दिखाऊं तब तक वो दरबार में पहुंच गया।  राजा ने बोला:-  तुम अपना जादू आरम्भ करो। जादूगर ने जादू दिखाया जिसमें उसने राजा का मुकुट ही गायब कर दिया जिससे बैठे दरबारी हसने लगे। जब सभी लोग हसे तो राजा को बहुत ही गुस्सा आ गया। राजा (गुस्से में):- इस जादूगर को बंदी बनाकर तैखाने में डाल दो...

तीन प्रेमी और एक प्रेमिका की अनोखी कहानी

  तीन प्रेमी और एक प्रेमिका की अनोखी  कहानी-  एक नगर का राजा विक्रमादित्य एक बरगद के पेड़ के पास जाते है तो वहां उसे बेताल नाम का एक प्रेत मिलता है जो उसके कन्धे पर बैठ गया और उसे एक कहानी सुनाने लगा। कहानी कुछ इस प्रकार है- ढोलकपुर नामक गांव में एक आचार्य जी रहते थे जो बहुत ही कुशल एवं सम्पन व्यक्ति थे उनके परिवार में केवल उनकी एक पुत्री रहती थी जो बहुत ही सुशील एवं खूबसूरत थी। आचार्य जी अपने आश्रम में कुछ लोगो को पढ़ाया करते थे और उनके तीन सबसे योग्य एवं विद्वान शिष्य थे जो अपने आचार्य के प्रति आदर सम्मान एवं निष्ठावन थे। उनके वे तीनों शिष्य आचार्य की पुत्री से प्रेम करते थे। यह बात आचार्य जी को पता चला लेकिन वे कुछ कह नहीं पाए अपने तीनों शिष्यों से क्योंकि उन्हें लगता था कि हमारे तीनों शिष्य तो योग्य एवं विद्वान है परन्तु ये पता नही चल रहा कि विवाह किससे किया जाए।  यह भी पढ़े:- सच्चे प्यार की कहानी।true love और सबसे जरूरी बात की उनकी पुत्री को भी यह बात पता थी कि व तीनों मुझसे प्रेम करते है। लेकिन उसको भी यह नहीं समझ आ रहा कि विवाह किससे करूं क्योंकि योग्य तो तीनो...